Сервіс доступний і на вашій мові. Для перекладу натиснітьУкраїнська
Best analytics service

Add your telegram channel for

  • get advanced analytics
  • get more advertisers
  • find out the gender of subscriber
Гео и язык канала

статистика аудитории ❣️ Love Shayari 💔

आ गया है फर्क तुम्हारी नजरों में यकीनन…😕😕 अब एक खास अंदाज़ से नजर अंदाज़ करते हो हमे…😒😒😢 ..........................✍ Contact for ads ☎️>  @Vaibhav100  
Показать больше
8 3160
~0
~0
0
Общий рейтинг Telegram
В мире
61 587место
из 78 777
В стране, Индия 
6 120место
из 7 417
В категории
1 766место
из 2 067

Пол подписчиков

Если это ваш канал, тогда можете узнать какое количество женщин и мужчин подписаны на канал.
?%
?%

Язык аудитории

Если это ваш канал, тогда можете узнать какое распределение подписчиков канала по языкам
Русский?%Английский?%Арабский?%
Количество подписчиков
ГрафикТаблица
Д
Н
М
Г
help

Идет загрузка данных

Время жизни пользователя на канале

Если это ваш канал, тогда можете узнать как надолго задерживаются подписчики на канале.
До недели?%Старожилы?%До месяца?%
Прирост подписчиков
ГрафикТаблица
Д
Н
М
Г
help

Идет загрузка данных

Почасовой прирост аудитории

Идет загрузка данных

Время
Прирост
Всего
События
Репосты
Упоминания
Посты
Since the beginning of the war, more than 2000 civilians have been killed by Russian missiles, according to official data. Help us protect Ukrainians from missiles - provide max military assisstance to Ukraine #Ukraine. #StandWithUkraine
उनकी उदास आँखें देखनें से पहले मैं सोचता कुछ और था... अब मैं जानता हूँ कि शायद मुझसे बेहतर औलाद के हक़दार हैं वो...!!
108
2
दुवाओ में असर कुछ तो रहा होगा... वरना मेरे जैसा कहाँ किसी को याद रहता है...!!
125
2
क्यों न ऐसे रास्तों पर चलकर देखा जाए... जिसपर चलकर मौत की तरफ जाते हैं लोग...!!
134
2
कुछ हद तक मोहब्बत अमीरों के खेल है... चलो अब मान लो कि पैसों से कमज़ोर थे तुम...!!
138
1
#Episode 58

Episode 58.mp3

319
0
हमारे बाद न चाहना किसी को हमारी ही तरह... तुम्हारी आदत बन गई ऐसा करना... तो मुश्किल होगा...!!
369
3
कुछ मेंरी आदतें भी अब बादलों की तरह हैं... जब उनकी याद भर जाती है हम बरस पड़ते हैं बेहिसाब...!!
370
0
वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर... आदत इस की भी आदमी सी है...!! -- गुलज़ार
383
1
बेशुमार मोहब्बत होगी उस बारिश की बूँद को इस ज़मीन से... यूँ ही नहीं कोई मोहब्बत मे इतना गिर जाता है...!! -- गुलज़ार
381
5
जंग तो ख़ुद ही एक मसअला है... जंग क्या मसअलों का हल देंगी...!! -- साहिर लुधियानवी
379
2
#Episode 57

Episode 57.mp3

543
0
मुस्कुरा के नज़र उतारो तो सही... हम तुम्हें अगली सुबह मुस्कुराते मिलेंगे... एक दफा आंखों में आंखें डालो तो सही... हम तुम्हें अगले जनम तक लड़खड़ाते मिलेंगे...!!
717
10
हक़ जताना छोड़ दिया है हमनें... अपना बताना छोड़ दिया है हमनें... सुना था कि मसअले बातचीत से सुधर जाते हैं... मगर ऐसी नौबत आनें से पहले ही बातचीत छोड़ दी उसनें...!!
723
13
ये समंदर भी सितारों से जलता होगा... सोचता होगा कि वो आज़तक कभी बिछड़े ही नहीं...!!
700
1
वो चराग़ भी उस शख़्स की तारीफ़ में बुझ गया... अंधेरा ख़त्म करनें के लिए जिसनें ख़ुद को जला लिया...!!
781
5
कहाँ छुप के बैठें कि कोई कुछ पूछ न ले... बेरोज़गार होना गुनाहगार होनें से कम तो नहीं...!!
782
12
रातें बड़ी होनें लगी हैं... दिन तो वैसे भी गुज़र जाते हैं... शाम को भी लगभग नाम-ओ-निसां ज़हन से मिट गया अब...!!
766
4
कहाँ की बात कहाँ आ पहुँची है... ज़माना वही रहता है... बस लोग बदल जाते हैं...!!
715
8
#Episode 56

Episode 56.mp3

762
0
इस इम्तेहान में कुछ यूँ हुआ कि नाकामयाब रहा मैं... हासिल-ए-कहानी ये हुआ कि हमसे छिन गया एक नायाब शख़्स...!!
896
13
शिकायत सूरज तो नहीं करता ख़ुद से ख़ुद को जला लेनें की... हम भला कैसे कह दें कि हमनें लोगों से चोट खाई है...!!
887
8
मेरे बात करनें के लहज़े से उन्हें तकलीफ़ बहुत है... उनका कहना है ख़ुद को मारकर जिया जाए उनकी ही तरह से...!!
864
6
#Episode 55

Episode 55.mp3

866
0
एक आम आदमीं एक आम सपना... बेचारी सी बातें बेचारा सा वो...!!
918
4
इतना भी नहीं करना भरोसा किसी पर... कई हादसों के बाद ये तो समझा ही हूँ...!!
883
4
अंजान नज़रों से कहाँ घाव ज़्यादा लगती है... आँखें तब चुभनें लगती हैं जब कोई अपना नज़र बचानें लगता है...!!
867
4
#Episode 54

Episode 54.mp3

970
0
चाँद सितारों वाला इश्क़ नहीं हमें... पर उनके लिए सारा बचपना जी लेंगे हम...!!
957
5
इत्तेफाकन ही मिलता है ज़िन्दगी में बहुत कुछ... मगर ये सच है कि क़ामयाबी कभी इत्तेफाकन नहीं मिलती...!!
917
5
मयख़ानों को इतना बुरा भी न कहिए... हुकूमतें चलती हैं इसी के रुपयों से...!!
899
5
Последнее обновление: 11.07.23
Политика конфиденциальности Telemetrio